Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
आईएमडी ने राज्य सरकार को दिए अलर्ट पर रहने के निर्देश
कोलकाता। पिछले 4 सालों से मई का महीना बंगाल के लिए चक्रवात का महीना रहा है जिसमें भारी जान-माल का नुकसान होता रहा है। इस बार भी उसी तरह के आसार बनने लगे हैं। बुधवार को मौसम विभाग की ओर से जारी बयान में बताया गया कि बंगाल की खाड़ी में एक बार फिर भारी निम्न दबाव बन रहा है जिसकी वजह से चक्रवात बन सकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि 9 मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात विकसित होने की संभावना है और अगले कुछ दिनों में इसके मार्ग की भविष्यवाणी की जाएगी। महापात्र ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि अगले दिन उसी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना के साथ 6 मई को एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की संभावना है। चक्रवात का नाम मोचा रखा जाएगा, जो लाल सागर बंदरगाह शहर के बाद यमन द्वारा सुझाया गया नाम है। मौसम विभाग की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि पिछले एक हफ्ते से लगातार हो रही बारिश और आंधी तूफान के बीच आसमान में बादल छाए हुए हैं जिसकी वजह से हवाएं गर्म होकर ऊपर नहीं उठ पा रहीं हैं। इसकी वजह से समुद्र तल पर निम्न दबाव बना हुआ है। यह निम्न दबाव आगामी शनिवार को दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी में चक्रवात का रूप ले सकता है। उसके बाद अगले 48 घंटे तक इसमें और अधिक बढ़ोतरी होगी जिसके कारण बंगाल के तटीय क्षेत्रों में तेज आंधी तूफान के साथ भारी बारिश हो सकती है। इससे जानमाल के नुकसान होने की भी आशंका है। इसके पहले एम्फन और यास चक्रवात की वजह से बंगाल को हुए जानमाल के नुकसान के मद्देनजर मौसम विभाग की ओर से इस संबंध में राज्य सरकार को अलर्ट कर दिया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग ने भी समुद्र तटीय जिलों के जिलाधिकारियों को इस बारे में जानकारी भेजकर अलर्ट रहने के लिए कहा है।
अलीपुर स्थित मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि 5 से 11 मई के बीच बंगाल की खाड़ी में चक्रवात तैयार होने की आशंका है। इस दौरान मछुआरों को समुद्र में जाने से रोका जा रहा है और लोगों को बिना वजह घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। वहीं, दूसरी तरफ लगातार हो रही बारिश की वजह से तापमान में भले ही गिरावट दर्ज की जा रही है लेकिन आसमान में बादल छाए रहने की वजह से उमस भरी गर्मी बरकरार है। बुधवार को कोलकाता में न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस है जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है जबकि अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस है। बुधवार को भी पूरा दिन कोलकाता के साथ? ही हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनिपुर में भी छिटपुट बारिश होती रही। महापात्र ने कहा कि कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद हम चक्रवात के ट्रैक के बारे में ब्योरा जारी करेंगे। अप्रैल-मई-जून की प्री-मानसून अवधि भी हिंद महासागर क्षेत्र के लिए चक्रवात का मौसम है और मई में चक्रवातों की अधिकतम आवृत्ति देखी जाती है। अन्य चक्रवाती मौसम अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर हैं।